5 Simple Techniques For mind relaxation
यह भी पढ़ें : एंग्जाइटी और डिप्रेशन से भी छुटकारा दिला सकता है आयुर्वेद, आजमाकर देखें ये उपायबहुत सी बार तो आलम ये होता है कि आप सपने में इतना डर जाते हैं कि सोते सोते चीखने लगते हैं.
रात में एंजायटी और स्ट्रेस की वजह से भी बुरे सपने आते हैं.
स्लीप शेड्यूल बनाएं: हर दिन एक ही समय पर बिस्तर पर जाएं और सुबह एक ही समय पर जागें, वीकेंड पर भी ऐसा ही करें। इस प्रकार आपको अच्छी और गहरी नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है और आपको बुरे सपने नहीं आते।
अगर आपकी नींद का कोई तय समय नहीं है, या आप देर रात भारी खाना खाते हैं तो इसका असर भी सपनों पर पड़ता है। पेट भारी होने से शरीर को आराम नहीं मिल पाता और नींद की गुणवत्ता घट जाती है। इसके अलावा, ज्यादा चाय, कॉफी या मीठे पदार्थों का सेवन भी मस्तिष्क को उत्तेजित कर देता है जिससे बुरे सपनों की आशंका बढ़ जाती है।
कई बार लोगों को नींद में ऐसा एहसास होता है कि कोई उनका पीछा कर रहा है.
कई बार मन थका हुआ होता है और शरीर भी कमजोर है तब बुरे सपने आते हैं.
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सपने हमारी मेंटल हेल्थ को कई प्रकार से प्रभावित करते है। चित्र-अडोबी स्टॉक
पूरी रात सपने क्यों आते हैं, इस पर कई विशेषज्ञों का रुख बड़ा स्पष्ट है उनका कहना है कि सपने आने से हमे क्या फायदा होता हैं:
डरावने सपने अक्सर नकारात्मक बातों से जुड़े हुए होते हैं। ये सपने अक्सर व्यक्ति के मन में चिंता, उदासी या भय पैदा करने वाले होते हैं। ऐसे सपने व्यस्कों से ज्यादा बच्चों को ज्यादा आते हैं।
किसी काम या बात को लेकर जरूरत से ज्यादा सोचना और चिंता करने से भी बुरे सपने आते हैं, जिसकी वजह से अक्सर रातों को घबराहट होती है और नींद खुल जाती है.
दरअसल, साइंस भी ghabrahat ka ilaj अभी तक इस राज को नहीं सुलझा सकी है कि ऐसा होता क्यों है?
आप भी रात में डरावने या अजीब सपनों से परेशान हैं? क्या ऐसे सपने आपकी नींद खराब कर देते हैं और सुबह उठने पर भी आपको बेचैनी महसूस होती है? अगर हां, तो ये सिर्फ आम सपने नहीं हो सकते। साइंस कहता है कि बुरे सपने आपकी सेहत से जुड़ी किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं। इसलिए इन्हें नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है।